चंद्रयान-2 के बाद अब इसरो चंद्रयान-3 मिशन की तैयारियों में जुट गया है। इसरो ने इसके लिए केंद्र के सामने 75 करोड़ रुपये का बजट भी रखा है। यह राशि इसरो के वर्तमान बजट से अलग है जिससे इसरो अपने तीसरे महत्वकांक्षी मून मिशन को अंजाम देगा। इसरो की ओर से चंद्रयान-3 के लिए वित्त मंत्रालय से बजट की मांग की है।
मौजूदा वित्तीय वर्ष के सप्लिमेंटरी बजट के प्रावधानों के तहत यह बजट मांगा गया है। इसमें 60 करोड़ रुपये मशीनरी, उपकरण और दूसरे खर्चों के लिए और बाकी 15 करोड़ रेवेन्यू खर्च के अंतर्गत मांगे गए हैं। सूत्रों ने अनुसार मंत्रालय ने इसके लिए अपनी स्वीकृति भी दे दी है ।
बता दें कि इससे पहले इसरो चंद्रयान और चंद्रयान-2 मिशन पर काम कर चुका है। चंद्रयान में जहां सिर्फ एक ऑर्बिटर चांद तक भेजा गया था, वहीं चंद्रयान-2 में ऑर्बिटर के साथ लैंडर और रोवर भी भेजे गए थे। इसरो का मिशन लैंडर को चांद की सतह पर लैंड कराना था लेकिन क्रैश लैंडिंग के कारण उस मिशन का यह हिस्सा सफल नहीं हो सका था। हालांकि, ऑर्बिटर चांद की कक्षा में चक्कर काट रहा है और अपना काम सही से कर रहा है। चंद्रयान-2 इस नए मिशन में बहुत मददगार साबित होगा साथ ही इससे भारत के मून मिशन को और बल मिलेगा ।
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