विकासनगर: दरअसल जौनसार के आसपास के क्षेत्र में अदरक की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है परंतु अदरक की फसल में जिंजर सॉफ्ट नामक रोग लगने से फसल को काफी नुकसान होता था और किसानों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता था । परंतु जब से अदरक की फसल मेंं इफको की नैनो कॉपर तकनीक द्वारा छिड़काव कराया गया तब से फसल को काफी फायदा हो रहा है ।
कृषि विज्ञान केंद्र ढकरानी के वैज्ञानिक अशोक कुमार शर्मा और इफको के विपणन प्रबंधक डॉ. डीएचएस बिष्ट ने कोठा तारली के गांव में किसानों को इफको नैनो कॉपर जैविक का छिड़काव करने की सलाह दी जिसके उत्साहवर्धक परिणाम देखने को मिले हैं ।
दलसी और चकराता में करीब 528 हेक्टेयर क्षेत्रफल में अदरक की ही खेती की जाती है. इफको नैनो कॉपर का छिड़काव करने के बाद अदरक की फसल को लगभग 80 प्रतिशत तक लाभ देखने मिला है और कुछ हद तक संक्रमण पर भी रुका है.
डॉ. अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि ये दवा जल्द ही विभिन्न समितियों के किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी ताकि इसका फायदा बाकी किसान भी अपनी फसल के लिए कर सकें ।
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